Sunday 29 September 2013

गीत - भूल पाए नहीं

गीत


हम भुलाये तुम्हें  भूल पाए नहीं |
चांदनी जब खिली, रात हंसने लगी,
नभ में तारे हँसे प्रीति बसने लगी,
आह नागिन बनी बन के डसने लगी,
याद आई विरह बान कसने लगी,

चाँद देखा तो फूले समाये नहीं |
हम भुलाये तुम्हें  भूल पाए नहीं||

दामिनी की दमक देख रोये कभी,
अश्रु मोती समझ हार पोये कभी,
स्वप्न देखे, निशाभर न सोये कभी,
रात दिन याद तेरी संजोये कभी,

सब हुआ नैन भर देख पाए नहीं |
हम भुलाये तुम्हे  भूल पाए नहीं ||

आश अब लौ रही, एक दिन ही मिलो,
हाय सूने हृदय में सुमन बन खिलो,
प्रेम परिधान जर्जर, उसे आ सिलो,
आश मेरी अमर, तुम मिलो न मिलो,

नत नयन हो कभी मुस्कराए नहीं |
हम भुलाये तुम्हे भूल पाए नहीं ||